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सोनभद्र - जरूरत है बच्चों स्कूल पहुंचने के लिए एक नई डगर बनाने की

सोनभद्र - जरूरत है बच्चों स्कूल पहुंचने के लिए एक नई डगर बनाने की

(ब्यूरो सुभाष पांडेय) 

सोनभद्र  - सर्व शिक्षा अभियान और शिक्षा के अधिकार के तहत सरकार नौनिहालों का भविष्य संवारने में जुटी है लेकिन उससे पहले जरूरत है बच्चों को सही सलामत स्कूल पहुंचने के लिए एक नई डगर बनाने की सोनभद्र के पापी प्राथमिक विद्यालय एक ऐसी जगह बनाया गया है जहां आने जाने के लिए कोई रास्ता तक मौजूद नहीं है बच्चों को मजबूर होकर खेत से जाना पड़ता है वह भी बरसात के समय में पानी भर जाता है फिर भी बच्चों से लेकर शिक्षक तक को जान हथेली पर रखकर उस पानी को पारकर स्कूल पहुंचना पड़ता है इस बाबत जब बीएसए से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह जानकारी संज्ञान में है और जल्द ही इसका समाधान किया जाएगा ! 

करीब 1 वर्ष बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां करने में प्रदेश की मौजूदा सरकार के साथ विपक्षी पार्टियां जुट गई है उत्तर प्रदेश मे शिक्षा को लेकर बड़े - बड़े दावे करने वाली बात कोई ताजा नहीं है लेकिन इन दावों की हकीकत स्कूलों की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है यूं तो कई स्कूल ऐसे हैं जिन तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ते तक नहीं है इसी तरह सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित अमोली ग्राम सभा का प्राथमिक विद्यालय पापी है जो सरकार के वादो की बानगी पेश करता है इस स्कूल तक जाने का रास्ता खेत, कीचड़ पानी से भरा पड़ा है ऐसे में बच्चे और शिक्षक कीचड़ से होकर स्कूल तक पहुंचने को मजबूर हैं

            फोटो - कीचड़ और पानी से होकर जाते बच्चे 

कोरोना से लंबे अंतराल के बाद स्कूल खुलने से ग्रामीण परिवेश में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों में पढ़ाई को लेकर खासा उत्साह है पापी गांव के स्कूली बच्चों और अध्यापकों को बीते कई सालों से सड़क न होने की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बरसात के समय यह समस्या और गंभीर हो जाती है 

           फोटो - कीचड़ से होकर जाता नन्हा मासूम 

स्कूल की शिक्षिका ज्योत्सना बताती हैं कि बरसात के समय पूरा पानी भर जाता है जिससे आने जाने में बच्चे पानी में गिर जाते हैं और चोटिल हो जाते हैं इस रास्ते की समस्या के निराकरण के लिए बीते कई सालों से विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ ग्राम प्रधान को कई बार अवगत कराया गया है लेकिन हालत जस की तस बनी हुई है 

             फोटो - जानकारी देती शिक्षिका ज्योत्सना 

हालांकि जब इस मामले में जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी मुझे है और बहुत जल्द ही अगली बरसात के पहले इस समस्या का निदान करा दिया जाएगा ! 

             फोटो - जानकारी देते बीएसए हरिवंश कुमार


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