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योग भारत की विशिष्ट पहचान : डॉ कमल कुमार कर

योग भारत की विशिष्ट पहचान : डॉ कमल कुमार कर

- एनएसएस बीएचयू द्वारा सात दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2022 के तहत बुधवार से सात दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ काशी हिंदू विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में किया गया है। योग प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन भारत सरकार के युवा कार्यक्रम मंत्रालय राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम सलाहकार डॉ कमल कुमार कर ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि योग भारत की विशिष्ट पहचान है। हमने सदैव दुनिया को जीवन जीने की विशिष्ट कला से परिचित कराया है और आज भौतिकता वाद के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम दुनिया को सहज और सरल योग विधियों के माध्यम से सुखमय जीवन जीने की कला योग के माध्यम से सिखा रहे हैं।
विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सेवा योजना उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अशोक श्रोति ने कहा कि योग के माध्यम से हम अपने जीवन के लक्ष्य को निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिए सहज ध्यान और आसन के द्वारा अभ्यास कर सकते है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए भारत सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की व्यापक चर्चा की। 

अंतरराष्ट्रीय योग प्रशिक्षक  योगाचार्य पंडित अमित आर्य ने योग का जीवन में महत्व और उसके विविध आयामों पर व्यापक प्रकाश डाला। उन्होंने मंडूकासन, भ्रतॄका, कपाल भारती तथा अनुलोम विलोम के द्वारा जीवन में शांति और चतुर्दिक विकास के लिए योग का प्रशिक्षण दिया।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर दिनेश चहल ने किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में भारत के विशिष्ट योगदान को रेखांकित किया।

कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक डॉ बाला लखेंद्र ने किया। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम अधिकारी डॉ वेद प्रकाश रावत ने और धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर उपेंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप डॉ आरती, डॉ ज्ञानेश चंद्र पांडे, डॉ अजय कुमार गोविंद राव, डॉ सच्चिदानंद त्रिपाठी, प्रतिमा यादव, रंजीत कुमार राय, नितिन कुमार भारद्वाज, स्तुति राय आदि उपस्थित रहे।

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