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सोनभद्र- 48 ग्राम पंचायतों वाले ब्लॉक में बड़े घोटाले के इस खेल मे बंदरबांट के लगे आरोप

सोनभद्र- 48 ग्राम पंचायतों वाले ब्लॉक में बड़े घोटाले के इस खेल मे बंदरबांट के लगे आरोप

सोनभद्र- सोनभद्र में तीन सौ करोड़ के मनरेगा घोटाले की जांच सीबीआई भले ही आठ साल बाद भी पूरी न कर पाई हो लेकिन जिले में हर साल ग्राम्य विकास के नाम पर घोटाले की एक नई पटकथा लिखी जा रही है। पिछले महीने जहां बेंच घोटाला सुर्खियां बटोर चुका है। वहीं अब पेयजल की व्यवस्था और पानी संरक्षण के नाम पर किए गए बड़े घोटाले का खेल एक-एक कर सामने आने लगा है। हद तो यह है कि बिहार की सीमा से सटे 48 ग्राम पंचायतों वाले नगवां ब्लाक में फोटो स्टेट की दुकान से बिल्डिंग निर्माण सामग्री के साथ पानी की व्यवस्था से जुड़े कार्यों के लिए भी बड़े पैमाने पर सामग्री की आपूर्ति दिखाई गई है। जिनके खाते में मजदूरी का भुगतान भेजा गया है, उनसे ही टैंकर का भी संचालन करवा दिया गया है। आरोप लगाया जा रहा है कि ली गई आपूर्ति और किए गए भुगतान की एक बड़ी राशि घोटाले की भेंट चढ़ गई है। बगैर टेंडर सोलर वाटर पंप लगवाकर भी बंदरबांट के आरोप लगाए जा रहे हैं। 

--तपिश के महज एक सीजन में 10 ग्राम पंचायत में पानी पर 1.10 करोड़ खर्चः

चरगड़ा, चेरूई, दरेव, ढोसरा, केवटम, कोदई, मड़पा, मकरीबारी, मरकुड़ी, पनौरा ग्राम पंचायत में 2021-22 में विभिन्न फर्मों को सामग्री आपूर्ति के एवज में 1,96,03,418 रूपये भुगतान किए गए हैं। उसमें लगभग 1,10,09,460 रूपये पानी के इंतजाम पर व्यय की बात बताई जा रही हैै। दिलचस्प मसला यह है कि नागेंद्र कुमार स्टेशनरी एंड फोटोस्टेट को उक्त अवधि में स्टेशनरी-प्रशासनिक व्यय का 79118 रूपये दिया गया है। वहीं इसी फोटोस्टेट दुकान को आरसीसी रोड निर्माण के लिए 2,80,798 रूपये तथा पानी के इंतजाम को लेकर कराए गए विभिन्न कार्यों की सामग्री आपूर्ति के लिए 17,35,635 रूपये प्रदान किए गए हैं। वहीं पनौरा ग्राम पंचायत में छोटेलाल और अरविंद के खाते में पंचायत भवन निर्माण में की गई मजदूरी के 18425 रूपये के अलावा टैंकर संचालन के लिए भी 64940 का भुगतान किया गया है !

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